What Is Mainframe Computer?

मेनफ्रेम कंप्यूटर क्या है? (What Is Mainframe Computer In Hindi)


What Is Mainframe Computer
What Is Mainframe Computer

कंप्यूटर के वर्गीकरण का यह तीसरा भाग है। इस पोस्ट में हम What Is Mainframe Computer यानी मेनफ्रेम कंप्यूटर क्या है? के बारे मे पढ़ेंगे। Microcomputer,  Mini computer के बाद आता है Mainframe Computer जो कि काफी उपयोग भी लिया जाता हैं।  तो  Mainframe computer के बारे मे विस्तार से जानते है।


Mainframe Computer Definition मेनफ्रेम कंप्यूटर की परिभाषा


मेनफ्रेम कंप्यूटर की परिभाषा यानि Mainframe Computer Definition बहुत ही सरल है। Mainframe या Mainframe Computer एक बड़ा Powerful Computer है। जिसका Use कई People एक ही Time में कर सकते हैं और जो बहुत बड़े या जटिल यानि मुश्किल का भी कर सकते हैं।

Types of  Mainframe Computer मेनफ्रेम कंप्यूटर के प्रकार


Size

कई Mainframe Computer Size आधारित होते है। मेनफ्रेम कंप्यूटर का Size मुख्य रूप से उसकी उम्र पर निर्भर करता है।  यानि सन् 2000 से पहले बने हुए  मेनफ्रेम कंप्यूटर  का Famous हो रहे हैं।


10 Advantages Of Computer - कंप्यूटर के लाभ


Purpose

मेनफ्रेम कंप्यूटरों को बड़े पैमाने पर Processing, Data Store और Others Works को Control करने  के लिए Design किया गया था।  जो औसत कंप्यूटर या छोटे पैमाने पर Network को Control के लिए Resource-intensive हैं।

Primary Manufacturers

Deployment की Prohibitive Cost के कारण, बहुत कम  निर्माता ही मेनफ्रेम बनाते और विकसित करते हैं।  Mainframe Devices और Software के प्राथमिक उत्पादकों में IBM, Hewlett-Packard, Unisys, Fujitsu, Hitachi और NEC शामिल हैं।


Mini Computer In Hindi और इसकी परिभाषा

Terminals

मेनफ्रेम कंप्यूटर मुख्य रूप से Terminals के माध्यम से एक्सेस और नियंत्रित होते हैं।  Computer workstations जो सतही रूप से Standard Computers से मिलते जुलते हैं। लेकिन आमतौर पर इनका अपना कोई CPU (Central Processing Unit) नहीं होता है।  इसके बजाय, वे मेनफ्रेम Computer के लिए Network किए जाते हैं और Users के लिए एक Access Points के रूप में कार्य करते हैं।

Operating Systems

मेनफ़्रेम कंप्यूटर Operating Systems के आधार पर भी अलग अलग  होता है।  अधिकांश मेनफ्रेम Unix, Linux Variants या IBM के zOS Operating Systems के संस्करणों का उपयोग करते हैं।  ये ऑपरेटिंग सिस्टम अक्सर Mainframe Computer के लिए विशेष रूप से Configure किए जाते हैं, जिस पर वे चलाते हैं और Users को किसी भी आवश्यक Interface Powerful  की Offer करते हैं।

Centralized vs. Distributed Computing

पारम्परिक Mainframe Computer एक "Centralized" Computing योजना का उपयोग करते हैं - मेनफ्रेम एक Insular प्रणाली है जिसमें केवल सीधे जुड़े Terminals की जानकारी तक पहुंचने में Capable हैं।  जैसे-जैसे Internet Communication और Operations में व्यापकता आई है, Centralized mainframe तेजी से "Distributed" कंप्यूटिंग योजना की ओर खुलने लगे हैं।


Generation Of Computer (कंप्यूटर की पीढ़ियां)

Use of Mainframe Computer मेनफ्रेम कंप्यूटर के उपयोग


Mainframe Computer को एक Network या Micro Computer में से आपस में जोड़ा जा सकता है। ज्यादातर Companies या Institutions Use of Mainframe Computer निम्नलिखित कार्यो के लिए करती है।


  1. मेनफ्रेम कंप्यूटर का उपयोग बड़ी - बड़ी Companies,  Institutions तथा Official में किया जाता है।  जिनका भारी मात्रा में Data Edition होता है।
  2. इसका उपयोग भुगतान की Report रखने के लिए भी किया जाता हैं।
  3. बड़े बड़े Bill Creation भी मेनफ्रेम कंप्यूटर से बनाये जाते है।
  4. अगर किसी को Notice Send करना हो तो भी इसका उपयोग कर सकते है।
  5. Government या Private Employees का Payment करने में भी इसका उपयोग किया जाता है।
  6. विभिन्न प्रकार के करो का विवरण भी इससे रख जा सकता  है।


What Is Computer (कंप्यूटर क्या है)

First Mainframe Computer दुनिया का पहला मेनफ्रेम कंप्यूटर


World fast mainframe computer यानि दुनिया का पहला मेनफ्रेम कंप्यूटर सन् 1940 मे बनाया गया था।  ये  mainframe computer IBM Company (International Business Machines Corporation ) के द्वारा बनाया गया।

Example of Mainframe Computer मेनफ्रेम कंप्यूटर के उदाहरण


IBM 4381, Sperry, CDC, Biometric Machine, Cash Counting Machine, ICL 39 Series and CDS Cyber series Example of Mainframe Computer यानि मेनफ़्रेम कंप्यूटर के उदारहण हैं।



Classification Of Computer In Hindi (कम्प्यूटर का वर्गीकरण)

Mainframe Computer History मेनफ्रेम कंप्यूटर का इतिहास


मेनफ्रेम कंप्यूटर की शुरुआत सन् 1940 में हुई थी जब IBM कंपनी ने दुनिया का पहला Mainframe Computer zOS बनाया गया।  फिर धीरे धीरे बहुत सी Companies मेनफ्रेम कंप्यूटर का निर्माण करने लगी थी।  ये mainframe computer operating system के अनुसार अलग अलग थे।  उस समय IBM company ने कई Operating system जैसे zOS, zVM®, Linux ® आदि निकाले थे।

Mainframe Computer Features मेनफ्रेम कंप्यूटर की विशेषताएँ



  • इनका आकार Mini Computer तथा Micro Computer से बड़ा होता है।
  • इन Computers  पर एक साथ कई व्यक्ति काम कर सकते हैं
  • इनकी Storage Power तथा Processing Speed माइक्रो और मिनी कंप्यूटर से अधिक होती है।



Micro Computer In Hindi माइक्रो कंप्यूटर क्या है?



  • इनका प्रयोग Network Data Processing में किया जाता है जहां काफी अधिक संख्या में Users अपने Data Process कराते हैं।
  • विस्तृत क्षेत्रीय नेटवर्क (Wide Area Network) बनाने में मेनफ्रेम कंप्यूटर को Central computer के रूप में प्रयोग किया जाता है।
  • ये  कंप्यूटर Multi Programming system (बहु- प्रोग्रामन प्रणाली) पर भी Work करते हैं जहां एक समय में एक से अधिक Programs को Computer Memory में Save किया जाता है।
  • इनकी Rate काफी अधिक होती है तथा करोड़ों में आंकी जाती है।
  • इनका सर्वाधिक प्रयोग वैज्ञानिक अनुप्रयोगों (Scientific laboratory) में किया जाता है।
  •  Sperry, CDC  आदि कुछ प्रचलित मेनफ्रेम कंप्यूटर है।



5 Disadvantage Of Computer - कंप्यूटर से हानियाँ

Advantages of Mainframe Computer मेनफ्रेम कंप्यूटर के लाभ



  1. High-level computing
  2. Increased processing power
  3. Virtualization
  4. Reliability, availability, and serviceability
  5. Security
  6. Long Testing Performance


Disadvantages of Mainframe Computer मेनफ्रेम कंप्यूटर से हानि यानि नुकसान



  • Mainframe Computer की प्रमुख Disadvantages में से एक उनकी लागत (Rate) है।  मेनफ्रेम के लिए Hardware और Software स्पष्ट रूप से महंगे हैं।
  • दूसरे, Mainframe Computer Hardware अन्य कंप्यूटरों की तुलना में अधिक जगह घेरता है।
  •  मेनफ्रेम कंप्यूटर के साथ काम करने के लिए उच्च-अंत कौशल की आवश्यकता होती है




निष्कर्ष:-

 तकनीकी के क्षेत्र में मेनफ्रेम कंप्यूटर का काफी योगदान रहा है।  इस पोस्ट में आपने सिखा की What Is Mainframe Computer? यानि मेनफ्रेम कंप्यूटर क्या है?, Mainframe Computer Definition (मेनफ्रेम कंप्यूटर की परिभाषा), Types of  Mainframe Computer (मेनफ्रेम कंप्यूटर के प्रकार), Use of Mainframe Computer (मेनफ्रेम कंप्यूटर के उपयोग), First Mainframe Computer (दुनिया का पहला मेनफ्रेम कंप्यूटर), Example of Mainframe Computer (मेनफ्रेम कंप्यूटर के उदाहरण), Mainframe Computer History (मेनफ्रेम कंप्यूटर का इतिहास), Mainframe Computer Features (मेनफ्रेम कंप्यूटर की विशेषताएँ) और advantages of mainframe computer (मेनफ्रेम कंप्यूटर के लाभ), best mainframe computer, mainframe computer size, Mainframe computer price in India and mainframe computer wikipedia आदि के बारे में Full Hindi में जाना। What Is Mainframe Computer  क्या है इसकी जानकारी अपने दोस्तो और Social media में share  करे जिससे की वे जान सके।

अगली पोस्ट है सुपर कंप्यूटर के बारे जिसमे आप पढेंगे what is super computer, history of supercomputer,  आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है |




Mini Computer In Hindi और इसकी परिभाषा

What Is Mini Computer In Hindi मिनी कंप्यूटर इन हिंदी

mini computer in hindi
Mini computer in hindi

नमस्कार दोस्तो कंप्यूटर सीखो वेबसाइट में आपका फिर से स्वागत है।  आज का हमारा टॉफिक है कि Mini Computer In Hindi (मिनी कंप्यूटर इन हिंदी) यानि मिनी कंप्यूटर के बारे मे है।  इस पोस्ट मे हम मिनी कंप्यूटर की परिभाषा, इतिहास, मिनी कंप्यूटर के प्रकार के साथ - साथ विशेषताओ को विस्तारपूर्वक जानेंगे।





मिनी कंप्यूटर क्या है?

Mini Computer का आकार Micro Computer व  मैनफ्रेम कंप्यूटर के बीच का होता है। यानि माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा व Mainframe Computer से छोटा होता हैं। ये कंप्यूटर छोटी जगहों जैसे व्यापार (Bissiness),  Computer Center आदि में काम मे लिए जाते है।  Mini computer का सबसे ज्यादा उपयोग Database management ,  File handling ,  Business transaction processing आदि कामो में किया जाता है | मिनी कंप्यूटर को Mid Range Server भी कहते हैं।  यह  Network का एक भाग माना जाता है। 





Definition of Mini Computer In Hindi मिनी कंप्यूटर की परिभाषा क्या है

Mini Computer वे कंप्यूटर होते है जो आकार मे छोटे होते है और इनकी भंडारण समता अधिक होती है।  ये कंप्यूटर बहु- प्रयोक्ता प्रणाली के होते है। मिनी कंप्यूटर के बारे आप mini computer wikipedia in hindi पर भी जान सकते है। 

Name of First Mini Computer In Hindi

दुनिया का सबसे पहला मिनी कंप्यूटर यानि name of first mini computer जो कि उपयोग मे लाया गया।  वह सन् 1960 के लगभग IBM Company (International Business Machines Corporation ) के द्वारा बनाया गया।  First Mini Computer का नाम PDP-1 था। शुरुआत  में ये मिनी कंप्यूटर Bissiness Application  और Service को Target रखते हुए बनाया गया । इसका कारण यह था कि  इनकी Performance और Working Power Mainframe Computer के बराबर ही थी।





कंप्यूटर का इतिहास mini computer history in hindi

Mini computer history बहुत शानदार है। Digital Equipment Corp (DEC) कंपनी ने अपना सबसे पहला कंप्यूटर जो कि minicomputer था वो सन् 1960 में जारी कर दिया। इस मिनी कंप्यूटर की कीमत लगभग 125,000 से 250,000 US Dollar में थी। यह कंप्यूटर दुनिया मे आते ही काफी Famous हुआ। Mini Computer का Development बेंजामिन कर्ले ने किया था। DEC Company  ने जो कंप्यूटर बनाया उसका नाम PDP-1 रखा जो कि एक Small Interactive computer था। PDP- 1 Mini computer लगभग 120,000 Dollar में Sell किया गया था। जो कि उस समय सबसे सस्ता Computer था। PDP -1 एक 18 Bit Machine थी, जिसको बेंजामिन कर्ले ने बनाया था। दोस्तो वैसे इससे पहले भी IBM कंपनी ने 1940 मे एक मिनी कंप्यूटर का निर्माण किया था।और उसका इस्तेमाल Computer Business Applications और Service को ध्यान में रखते हुए इसको बनाया था। इनके Performance और Working Capacity Mainframe computer के समान होती है।
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मिनी कंप्यूटर के उपयोग Use of Mini Computer In Hindi

इनका अधिकाधिक प्रयोग प्रक्रिया नियंत्रण (process control) में होता है
इसे किसी Computer Network के केंद्रीय कंप्यूटर के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।
मिनी कंप्यूटर का use कंप्यूटर के छोटे कामो मे होता है।
इस कंप्यूटर का प्रयोग Scanning और Printing मे काम लिया जाता है।






मिनी कंप्यूटर के उदाहरण Examples of Mini computer

माइटी फ्रेम और मेक मिनी मिनी कंप्यूटर के उदाहरण है। 

मिनी कंप्यूटर की विशेषताए  Feature of mini computer in hindi

इनका आकार Micro computer से बड़ा तथा Mainframe से छोटा होता है।
इन कंप्यूटर को एक से अधिक (बहुत अधिक नहीं) व्यक्ति एक साथ काम में ले सकते हैं।
यह कंप्यूटर बहु-प्रयोक्ता प्रणाली पर आधारित होने के कारण वितरित डाटा प्रोसेसिंग (Distributed data processing) में इनका  Use किया जाता था।
उनकी Storage Capacity तथा Processing Speed Microcomputer की तुलना में अधिक होती हैं।
इनकी Rate भी 5-7 लाख रुपये अथवा इससे अधिक होती है।
इनका अधिकाधिक प्रयोग प्रक्रिया नियंत्रण (process control) में होता है तथा इसे किसी Computer Network के केंद्रीय कंप्यूटर के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।
PDP-1, DEC आदि सर्वाधिक प्रचलित मिनी कंप्यूटर है।

निष्कर्ष:-

आज कि ये पोस्ट about mini computer in hindi  यानि मिनी कंप्यूटर क्या है के बारे मे थी।  इस पोस्ट मे आपने जाना की mini computer in hindi, what is mini computer in hindi, name of first mini computer, आदि के बारे मे।  ये पोस्ट अगर आपके हेल्पफुल लगे तो इसे अपने Facebook Page और अन्य Social media पर शेयर जरूर करे। 

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Micro Computer In Hindi माइक्रो कंप्यूटर क्या है?


माइक्रो कंप्यूटर क्या है? What is Micro Computer in Hindi

micro computer in hindi
Micro Computer Images

कंप्यूटर  क्या है? इसके बारे मे तो हम जान ही चुके है। आज की पोस्ट मे हम पढ़ेंगे कि माइक्रो कंप्यूटर क्या है? What is Micro Computer in Hindi । आज कल कंप्यूटर को समझना बहुत जरूरी हो गया है अगर आज हमने कंप्यूटर का ज्ञान नहीं हुआ तो हो सकता हैं कि आने वाला समय हमें अनपढ़ साबित कर दें। इसलिए ये साईट आपको कंप्यूटर के बारे में हर तरह का ज्ञान देती है। तो चलिए शुरू करते है आज का टॉफिक Micro Computer In Hindi  माइक्रो कंप्यूटर क्या है -

ये भी पढ़े:-


कंप्यूटर की पीढियां Generation Of Computer
कंप्यूटर के लाभ  Advantage of computer
कंप्यूटर की हानियाँ Disadvantage of Computer
कंप्यूटर का वर्गीकरण Classification of Computer in Hindi pdf


What Is Micro Computer?


Micro Computer नाम से ही पता चलता है कि ये छोटा कंप्यूटर है।  लगभग 1970 के दशक में माइक्रो कंप्यूटर का उदभव हुआ। ये कंप्यूटर आकार में बहुत छोटे कंप्यूटर होते है। micro computer में  माइक्रो प्रोसेसर (Micro Processor)  लगा होता है।  जो कि CPU ( सी.पी.यु.) के अंदर लगता है। आप micro computer wikipedia पर भी जान सकते है।

Micro Computer Defination in Hindi
माइक्रो कंप्यूटर की परिभाषा


Micro Computer Defination में कंप्यूटर की परिभाषा इस प्रकार से है - माइक्रो कंप्यूटर एक Electronic Devices है जिस में CPU के रूप में Micro Processor computer का उपयोग किया जाता है। यानी इसमें CPU एक Single  Integrated Semiconductor Chip के रूप में होता है।  यह Semiconductor Chip ही  सभी Logical तथा Arithmetic Works करने में सक्षम होती है।  Memory के लिए भी इसमें Semiconductor Chip का ही Use किया जाता है तथा Program के द्वारा Memory के लिए लगी Semiconductor Chip में Data Store करवाया जा सकता है। 

माइक्रो कंप्यूटर के प्रकार? Types of Micro Computer


जिस तरह कंप्यूटर के अलग अलग types होते है ठीक उसी प्रकार classification of micro computer भी कई तरह के होते है। जो कि-

Desktop Computer
Laptop Computer
Handheld Computer
Work Station
Mobile Phone
Gaming Console
Notebook Computer
Calculator आदि 


ये सभी Micro Computers है जिसके बारे में हम पूर्ण जानकारी आगे की पोस्ट मे पढ़ेंगे।

माइक्रो कंप्यूटर का इस्तेमाल? Use of Micro Computer


कंप्यूटर का इस्तेमाल तो आजकल आम  बात हो गया है और माइक्रो कंप्यूटर छोटे तथा कम कीमत के होने के कारण इनका उपयोग सबसे ज्यादा होता है। आज हम देखते है कि हर जगह पर इसी कंप्यूटर का उपयोग हो रहा है।  Use of Micro Computer इस प्रकार से है -

  1. Office Work (ऑफिस का काम करना)
  2. Play Gaming (गेम खेलना)
  3. Calculation (गणना करना)
  4. Create Documents (डॉक्यूमेंट बनाना )
  5. Internet ( इंटरनेट चलाने के लिए)
  6. Banking (बैंकिंग में)
  7. Play Videos (वीडियो देखना) आदि।


माइक्रो कंप्यूटर का इतिहास? Micro Computer History In Hindi


दुनिया का पहला Micro Computer सन् 1974 में Micro Instrumentation and Telemetry Systems ने बनाया था।  Name of first micro computer - ऑल्टेयर 8800 ( Altair 8800 ) था। Altair 8800 सन् 1975 में अमेरिका की एक  Books के Front Page पर छापने के बाद ज्यादा Famous हुआ था। इस कंप्यूटर में 256 Bytes की RAM (रैम) लगी हुई थी।  बाद में इस कंप्यूटर का आकार और कीमत को कम करते हुए कई प्रकार के कंप्यूटरों का विकास हुआ।


माइक्रो कंप्यूटर की विशेषताएँ (Features of Micro Computer in hindi)


1970 में Micro Processor का Development हुआ तथा वे सभी कंप्यूटर जो माइक्रोप्रोसेसर को मुख्य  अवयव के रूप में प्रयोग में लेते थे, Micro Computer  कहलाये।

1.यह कंप्यूटर Size में सबसे small तथा कम rate के होते हैं।
2. Personal Use में लिए जाने के कारण इन्हें पर्सनल कंप्यूटर या पीसी ( Personal Computer Or PC ) भी कहा जाता है।
3. आरंभिक Micro Computer एक-प्रयोक्ता कंप्यूटर थे अर्थात इन पर एक समय में एक ही प्रयोक्ता काम कर सकता था। परंतु कालान्तर में कंप्यूटर तकनीकी विकास के कारण आजकल के आधुनिक jमाइक्रो कंप्यूटर बहु-प्रयोक्ता प्रणाली पर आधारित हो गए हैं। जिनमें एक से अधिक  प्रयोक्ता काम कर सकता है।
4. इनकी Storage Power तथा Processing की Speed others computer की तुलना में कम होती हैं।
5. IBM- PC, APPLE-II, आदि best micro computer के examples हैं। ये थी Micro Computer की विशेषताएँ।

माइक्रो कंप्यूटर के लाभ - Advantages of micro computer


इस कंप्यूटर के कई Advantages है जिनमें निम्न important हैं। 
1. इसका size छोटा होने की वजह से हम इस कंप्यूटर को किसी भी और कई भी ले जाकर उपयोग मे ले सकते है।
2. इस कंप्यूटर को व Rate  भी अन्य कंप्यूटर की तुलना मे कम है यानी गरीब व्यक्ति भी खरीद सकता है। और अपने पर्सनल काम कर सकता है।

निष्कर्ष:-

ये पोस्ट मे about micro computer है। इसमें बताया गया है कि माइक्रो कंप्यूटर क्या है? Micro Computer In Hindi इसमें हमने माइक्रो कंप्यूटर के प्रकार,  माइक्रो कंप्यूटर की परिभाषा, माइक्रो कंप्यूटर का इतिहास और माइक्रो कंप्यूटर की विशेषताएँ के बारे मे पढ़ा।  इसमें हमने जाना कि किस तरह माइक्रो कंप्यूटर की शुरुआत हुई और आज हर जगह पर राज करने लग गया।  Next Post Mini Computer In Hindi के बारे में बहुत जल्द Publish की जायेगी।


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Classification of Computer in Hindi

कम्प्यूटर का वर्गीकरण (Classification of Computer in Hindi)

classification of computer
Classification of computer

कंप्यूटर का वर्गीकरण करना काफी Difficult है। दोस्तो आज की इस पोस्ट में हम बात करने वाले Classification of Computer in Hindi के बारे में।  मैंने बताया कि कंप्यूटर वर्गीकरण यानी  Direct Classification मुश्किल काम हैं। दुनिया मे बहुत तरह के कंप्यूटर उपलब्ध है। जो अपने आप से अलग - अलग होते है।  किसी का आकार अलग  तो किसी का कार्य अलग और किसी कंप्यूटर का प्रयोग अलग यानी बोले तो वे अलग ही होते है। तो शुरू करे -


कम्प्यूटर के प्रकार  (Classification of Computer) 


कम्प्यूटर के प्रकार में हम कम्प्यूटर को आकार, कार्य प्रणाली तथा उनके प्रयोग के आधार पर समझते है। 

Classification of Computer in Hindi


आकार के आधार पर  (Types of Computers based on Size) 

कम्प्यूटर के आकार कई तरह के होते है। कोई छोटे तो कोई बहुत बड़े होते है।  
 आकार के आधार पर कंप्यूटर को निम्नलिखित भागो में बाटा गया है।


  • माइक्रो
  • मिनी
  • मेनफ्रेम
  • सुपर


माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer ) को  ही पर्सनल कंप्यूटर  कहते है | जिसे छोटे रूप में  PC (पी.सी.) कहते है | Micro Computer को सबसे पहले IBM (आई.बी.एम.) Company  के द्वारा बनाया गया था |

मिनी कंप्यूटर ( Mini Computer ) आकार में Main computer से Small होते है , परन्तु इनकी Strength Main computer से बहूत Less होती है | मिनी कंप्यूटर उन Companies या Computer academy के लिए बनाये जाते है।  जिनके पास कंप्यूटर का काफी काम रहता है | इनकी भी संख्या बहुत ही कम हो चुकी है। 

मेनफ़्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer ) आकार में Too large और काफी Occupy the place वाले होते है | इनमे Hundred terminals जुड़े रहते है | इन पर एक साथ सेंकडो लोग work कर सकते है , इनकी Rate भी बहूत अधिक होती है | वर्तमान में इनकी  काफी संख्या कम हो चुकी है |




अनुप्रयोग के आधार पर  (Type of Computer Based on Application)

अनुप्रयोगों के आधार पर यानि कार्य प्रणाली के आधार पर कंप्यूटर को तीन भागो में बाटा जा सकता है  जो इस प्रकार से है 



  • डिजिटल
  • एनालॉग
  • हाईब्रिड

डिजिटल कंप्यूटर क्या है (What is Digital Computer)

डिज़िटल कम्प्यूटर (Digital Computer) वे कंप्‍यूटर होते हैं
 जिन्‍हें हम हमेशा Use करते हैं अपने Homes में, Offices में, जिसमें Digital Ways से Data को Feed किया जाता है और Output received किया जाता है। अधिकतर Digital computer ही Use में आते हैं । Digital computer data और Program को 0 और 1 में Change करके उसको Electronic रूप में ले जाते है।

एनालॉग कंप्यूटर क्या है (What is analog computer)

इस Category में वे कम्प्यूटर होते है जिनका Uses Physical Units Pressure, Temperature, Length, Speed आदि को Measuring में किया जाता है। 

हाइब्रिड कम्प्यूटर क्या है (What is Hybrid Computer)

हाइब्रिड कम्प्यूटर (Hybrid Computer) में  Analog Computer और Digital Computer दोनों के ही  Quality होती है। ये Computer Analog और Digital से अधिक Trustworthy माने जाते हैं। इनका Work होता Analog Computer से प्राप्‍त Data को Digital रूप में Available कराना, Hospital, Meteorology में इनका सबसे ज्‍यादा Uses होता है। 


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उद्देश्यों के आधार पर  (Type of Computers based on Purpose)

उद्देश्यों के आधार पर  या प्रयोग के आधार पर  कंप्यूटर को हम दो भागो में बात सकते है।


  • साधारण
  • विशेष


सामान्य उद्देश्य कंप्यूटर (General Purpose Computer)

इस प्रकार का General Purpose Computer को पूरा करने के लिए इसका Use किया जाता है।  जैसे Word processing, Accounting आदि में 

विशेष उद्देश्य कंप्यूटर( Spacial Purpose Computer)

इस प्रकार का Computer Spacial Purpose को पूरा करने के लिए Use किया जाता है।  जैसे Estimates of the weather में, Space science, Traffic control, Hospital आदि में। 


इस पोस्ट मे हमने पढ़ा कि कंप्यूटर का वर्गीकरण यानी Classification of Computer in Hindi में कंप्यूटर को कितने वर्गो में वर्गीकृत किया गया है।  जिसमे हमने आकार, कार्य प्रणाली और  प्रयोग के आधार पर वर्गीकृत कंप्यूटरों के बारे में विस्तार से पढ़ा। अगली पोस्ट मे आप Micro Computer In Hindi माइक्रो कंप्यूटर क्या है? के बारे में पूरी जानकारी पढ़ेंगे।  हम आशा  करते है कि ये पोस्ट आपको पसंद आया होगा। 

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5 Disadvantage of Computer - कंप्यूटर से हानियाँ

5 Disadvantage of Computer - कंप्यूटर से हानियाँ




5 disadvantage of computer
5 disadvantage of computer

दोस्तो कंप्यूटर सीखो की लास्ट पोस्ट मे हमे जाना की कंप्यूटर के लाभ यानी advantage of computer  कौन कौनसे होते है। और उसी तरह आज की इस पोस्ट मे कंप्यूटर से नुकसान यानी 5 Disadvantage of Computer के बारे मे जानेंगे। तो शुरू करते है।

कंप्यूटर से हानियाँ ( 5 Disadvantage of Computer)


जिस तरह कंप्यूटर से फायदे होते हैं। ठीक उसी तरह इससे हानि भी होती है। disadvantages of computer wikipedia में कंप्यूटर से हानियाँ का वर्णन है। आज इस पोस्ट मे कंप्यूटर से हानियाँ यानी 5 disadvantages of computer के बारे में बताया है।

कंप्यूटर से नुकसान (Loss from computer)


अत्यधिक निर्भरता (Dependency)

आज हम सभी किसी न किसी प्रकार से Computer से Related है। Bissiness में आय-व्यय का Accounting रखने के से लेकर संपूर्ण देश की Economy तक सभी कार्य Computer से किए जाते हैं। आज अगर हम स्वयं Computer का Use नहीं कर रहे हो तो भी कम से कम उन Services का Use तो जरूर कर रहे हैं जिनको देने में Computer का प्रयोग होता है। Railway Reservation, बैंकों में हमारे पैसों का हिसाब, Hotels तथा Hospitals में कंप्यूटर का उपयोग (Computer Usage) आदि सभी Services Computer पर हमारी अत्यधिक निर्भरता (Over Dependency) की द्योतक है। अगर Computer कार्य करना बंद कर दे तो तो इन सभी Services में अनियमितता आ आ जाती है जबकि यह सभी पूर्व में सुचारू रूप से रूप से किए जाते रहे हैं।

कंप्यूटर से संबंधी जानकारी -


विद्युत खर्च (Electricity Consumption)

Computer एक ऐसी Machine है जो Electricity से Operated होती हैं। विद्युत जो कि पहले से ही एक ऐसा साधन है, जिसकी उपलब्धता कम है। ऐसे में एक और ऐसे उपकरण का बनना जो विद्युत से चलता हो कंगाली में आटा गीला होने के बराबर हैं।

बेरोजगारी (Unemployment)

आज संपूर्ण World के सामने जो एक सबसे बड़ी Problem है वह है बेरोजगारी। एक ऐसी Machine का Use करना जो अकेले दस - दस व्यक्तियों का Work करने की Power रखती हो, इस समस्या को और अधिक सघन करना करना है।

सारांश -

आज की इस पोस्ट मे हमने जाना 5 Disadvantage of Computer के बारे मे। जिसमे कंप्यूटर से होने वाले नुकसान, कंप्यूटर से हानियाँ के बारे विस्तार से समझाया गया है। कि जिस तरह कंप्यूटर से फायदे (advantage of computer) हो रहे है उसी तरह हम सभी को कंप्यूटर से नुकसान भी होते जा रहे है।

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10 advantages of computer - कंप्यूटर के लाभ


कंप्यूटर के लाभ  - advantages of computer

10 advantages of computer
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Benefits of Computers - कंप्यूटर के फायदे 


दोस्तो आज की इस पोस्ट मे हम बात करने वाले है कंप्यूटर के फायदे  के बारे में। जिसमे हम 10 advantages of computer के बारे मे नीचे वर्णन किया है। पिचली पोस्ट मे आ आपने पढ़ा कि - Generation of computer यानी कंप्यूटर की पीढियों के बारे में। 

कार्य करने की गति (High Speed)

आज के Computer में मानव एवं अन्य मशीनों की तुलना में Work करने की Speed सर्वाधिक होती हैं। इनकी गति इतनी तेज होती हैं कि जिसे सामान्य घड़ी की Help से मापा नहीं जा सकता।  इनकी इसी तीव्र गति के कारण हमें समय मापने की नई इकाइयो जैसे Micro Second, Neno Second एवं Piko Second का आविष्कार करना पड़ा। इससे हमें काफी Advantage हुआ।

विश्वसनीयता (Accuracy And Reliability)

Computer का सबसे अधिक Advantage उनकी शत-प्रतिशत सही गणना करने की क्षमता है। जो उन्हें अन्य मशीनों की तुलना में विश्वसनीय बनाता है।  ऐसा कहा जाता है कि अगर सही Data एवं Work करने के लिए उचित वातावरण (Appropriate Environment) दिया जाए तो Computers से निकाले गए Results कभी Wrong नहीं होंगे।

भंडारण क्षमता (Storage Capacity)

Advantages of using the computer का advantage है भंडारण क्षमता - Computer की Storage Capacity अन्य मशीनों की तुलना में सबसे अधिक होती है। ये ना सिर्फ अधिक से अधिक Information को Store कर सकते हैं, वरन आवश्यकता पड़ने पर एकदम पर एकदम Correct Information अपनी High Speed से हमें वापस भी दे सकते हैं।

निर्णय क्षमता (Decision Making Power)

Computer  का एक और Significant Advantages उनकी निर्णय लेने की क्षमता है। दिए गये कई विकल्पों में से Reasonable Time पर उचित विकल्प के According Work  करना Computer की एक मुख्य उपलब्धि है। Computer के इस तार्किक निर्णय क्षमता (Logical Decision Capacity) का Use आज हमारे कई Works जैसे Management, Production एवं Security Services में लिया जाता है।

विविधता (Versatility)

General Use के लिए बनाए गए Computer में Work करने की विविधता पाई जाती है। Computer के Quality के कारण आज इसका Experiment हमारे रोजमर्रा के सभी कार्यों में किया जाता है गणितीय समस्याओं के समाधान से लेकर कोई खेल खेलने तक आज हर जगह कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है इन सभी जगहों में काम करने वाले कंप्यूटरों की आंतरिक संरचना एकदम होती है दीनता है तो सिर्फ काम में लिए जाने वाले शब्दों में। 

स्वचालित (Automation)

Benefits of using computers का एक advantages v है स्वचलित - कई अन्य Machines की तरह Computer भी एक स्वचलित मशीन है।  अपने Operator से एक बार में सभी Instructions प्राप्त करने के बाद  Computer अपने आप उन सभी Instructions का पालन करते हुए Work Complete कर देता है।  इसका Advantage यह होता है कि जब है कि जब Computer अपना Works कर रहा है,  ठीक उसी Time Operator  कोई Second Work भी कर सकता है।

 What Is Computer? 

पुनरावृर्ति क्षमता (Repetition Power)

Computer Technology का advantages उसकी Speed से Work करने की पुनरावृर्ति क्षमता है।  Computer की Power के कारण जो भी Work हमें दौहराना हो उसके उसके Instructions एक बार Computer को दे देंगे, जिसे computer अपनी High Speed से Very Little Time में दी गई संख्या तक दौहरा कर Complete कर देता है। उदाहरणार्थ - हमें एक Letter लिखकर Office में Worker सभी व्यक्तियों को देना हो तो उसे एक बार लिखकर Computer के द्वारा उसकी उतनी Copy Print  करा सकते हैं जितनी कार्यरत व्यक्तियों की संख्या है। इसमें मुख्य बात यह है कि सभी Copy Original Copy की तरह होगी ना कि कार्बन कॉपी या Photo state copy की तरह।

Benefits of Computers Today

Computer से आज के time का सबसे अधिक Benefits  Computer बहुत अधिक गति से डेटा के बड़े संस्करणों को प्राप्त करना, आपूर्ति करना और संसाधित करना संभव बनाता है।

कंप्यूटर डेटा से संबंधित सभी कार्यों की लागत को कम करता है, जिसमें Input, Output, Storage, Processing और Transmission शामिल हैं।

सारांश -

आज की इस पोस्ट में कंप्यूटर के लाभ यानी 10 advantages of computer के बारे मे पढ़ा की कंप्यूटर के कौन कौनसे लाभ है और किस तरह से हम कंप्यूटर का फायदा उठा रहे है।  साथ ही आज के समय मे कंप्यूटर से हमें क्या क्या Benefits मिलता है इसके बारे मे भी हमने थोड़ा बहुत जाना है। 

Will Five Generation Of Computer Ever Rule the World?



Generation of Computer (कंप्यूटर की पीढ़ियां)


जिस तरह मनुष्य की पीढियां होती है ठीक उसी तरह कंप्यूटर की पीढियां भी है। आज की इस पोस्ट मे उसी Five Generation Of Computer के बारे मे बात करने वाले है कि कंप्यूटर की पांच पीढ़ियां कौन - कौनसी है? और किस तरह कंप्यूटर पीढी दर पीढी Change होता गया।  Last Post में आपने जाना कि What Is Computer के बारे मे। अब कंप्यूटर पीढ़ी के बारे मे जाने।  तो बिना देर किये शुरू करते है।

Generation of Computer
Generation of Computer

Computer Generation ( कंप्यूटर की पीढ़ियां )


सन् 1946 में First Electronic Devices, वैक्‍यूम ट्यूब (Vacuum Tube) से जुड़ा ENIAC COMPUTER  की शुरूआत ने कम्‍प्‍यूटर के विकास को एक नई दिशा प्रदान की।  वैसे इससे पहले भी एक अबेकस नामक कंप्यूटर का उदभव हो चुका था लेकिन वो कोई खास कंप्यूटर नही था। Computer Development के इस क्रम में कई  Important Devices  की सहायता से Computer ने आज तक की यात्रा तय की। इस विकास के क्रम को हम Abacus कम्‍प्‍यूटर से लेकर आज तक हुए मुख्‍य परिवर्तन के आधार पर निम्‍नलिखित पॉंच पीढि़यों में कंप्यूटर को  बांटते  हैं:-

Five Generation of Computer (कंप्यूटर की पांच पीढियां)


कंप्यूटर की 5 पीढ़िया इस प्रकार है -

प्रथम पीढी के कंप्यूटर  :- 1946 - 1959

प्रथम कंप्यूटर 1946 में अस्तित्व में आया था तथा  उसका नाम इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटेड एंड केलकुलेटर (ENIAC) था। इसका अविष्कार जे.पी एकर्ट (J.P Eckert) तथा जे.डब्ल्यू. मोशले (J.W. Mauchly) ने किया था।


First generation of computer की विशेषताएं :-

  1. यह आकार में सबसे बड़े Computer थे ।
  2. इन कंप्यूटरों में मुख्य रूप से वेक्यूम  ट्यूब ( Vacuum Tube) या डायोड वाल्व (Diode Valve) नामक इलेक्ट्रॉनिक पुर्जे का प्रयोग होता था।
  3. इनकी Data Processing गति बहुत ही कम थी।
  4. इस पीढ़ी के computer में काफी भारी वजन के थे, अतः इन्हें  एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना संभव नहीं था।
  5. First generation of computer में विद्युत ऊर्जा की खपत काफी अधिक थी।
  6. इस पीढ़ी के कंप्यूटर बहुत महंगे होने के साथ - साथ Use करने में भी बहुत ही कठिन थे।
  7. प्रथम पीढ़ी के Computer Machine Language पर कार्य करते थे, जहां सभी कमांड तथा डाटा 0 तथा 1  में दिए जाते थे।
  8. Data Store  करने के लिए पंच कार्ड (Punch ard) का Use होता था।
  9. प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर चलाने के लिए कई व्यक्तियों की जरूरत पड़ती थी।
  10. इन कंप्यूटर के परिणाम अधिक विश्वसनीय नहीं थे।



द्वितीय पीढी के कंप्यूटर :- 1959 - 1965

William shockley (विलियम शौकली) तथा उनके सहयोगी Scientists द्वारा अमेरिका की बेल प्रयोगशाला ( Bell Laboratories) में ट्रांजिस्टर (Transistor) नामक एक अन्य इलेक्ट्रॉनिक पुर्जे का आविष्कार किया गया था।  यह अर्धचलित (Semi Conductor) पदाथो से मिलकर बना था तथा इसकी कार्य क्षमता Vacuum Tube से कहीं अधिक थी।  इसे Second Generation के कंप्यूटरों में मुख्य अवयव के रूप में प्रयोग किया गया था।  इस पीढ़ी के कंप्यूटरों की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित  थी।

Second Generation of Computer की विशेषताएं :-

  1. इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में Vacuum Tube के स्थान पर Transistors का Use किया गया था।
  2. Transistors के Use के कारण Second Generation के कंप्यूटरों का आकार काफी Small था।
  3. Transistor में उष्मा कम निकलती थी, अतः इन कंप्यूटरों की लगातार कार्य करने की Ability अधिक थी।
  4. आकार में छोटे होने के कारण यद्यपि इनका वजन प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर की तुलना में काफी कम था, फिर भी इन का Transfer काफी मुश्किल था।
  5. इन्हें सिर्फ 1-2 व्यक्ति भी आसानी से Controlled कर सकते थे।
  6. Second generation of computers की Processing गति First generation of computers की तुलना में काफी अधिक थी।
  7. ये Computer कम Price के होने के साथ साथ Use करने में आसान थे।
  8. इनमें डाटा संचित करने के लिए चुम्बकीय टेप (Magnetic Tape) का Use किया गया था।
  9. इनमें Work करने के लिए Assembly language का Use होता था, जो की Machine Language की तुलना में काफी आसान थी।
  10. Second generation of computers- UNIVAC,  IBM-700 and ATLAS Etc.



तृतीय पीढी के कंप्यूटर  :- 1965 - 1971

Third Generation of Computer के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आया। जब Scientists ने सैकड़ों Transistors  को मिलाकर एक अधिक शक्तिशाली Electronic components इंटीग्रेटेड सर्किट (Integrated Circuit) का आविष्कार किया। इसे तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटरों में मुख्य अवयव के रूप में Use किया गया। इस Generation of computers की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं-

Third Generation of Computer की विशेषताएं :-

  1. इन Computer में Transistor के स्थान पर IC का Use किया गया जोकि Transistor अधिक Powerful थी।
  2. IC का आकार Transistor के परिपथ के आकार से छोटा होने के कारण इस पीढ़ी के कंप्यूटरों का आकार भी Very Small था।
  3. इन कंप्यूटरों का Weight भी द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटरों की तुलना में काफी कम था अतः इनका एक स्थान से दूसरे स्थान पर Transfer Easy था।
  4. इन कंप्यूटरों में विद्युत परिपथो का आकार छोटा होने के कारण इनके Processing गति अधिक थी।
  5. द्वितीय पीढी के कंप्यूटर  की तुलना में  इनका मूल्य कम था इस कारण इनका उपयोग बढ़ गया था।
  6. इन कंप्यूटर का उत्सर्जन काफी कम था अतः वातानुकूल यंत्र लगाने पर इन्हे घंटों चलाकर कार्य किया जा सकता था।
  7. तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर में कार्य करने के लिए High Level Language (उच्च स्तरीय भाषा) का प्रयोग किया गया था। प्रथम High Level Language का नाम फॉरट्रान (FORTRAN) था।
  8. इस पीढ़ी के Computer operation के लिए सिर्फ एक ही व्यक्ति की आवश्यकता होती थी।
  9. इस पीढ़ी के कंप्यूटर में Internal memory (आंतरिक मेमोरी) भी दी गई थी जिससे इनकी भंडारण क्षमता बढ़ गई थी।
  10. इस पीढ़ी के निर्मित कंप्यूटर में मुख्यतः थे - PDP कंप्यूटर तथा CDC-1700 आदि।



 चतुर्थ पीढी के कंप्यूटर  :- 1971 - 1985

Forth Generation के समय मे कंप्यूटर का सर्वाधिक Development हुआ।  इसी पीढी मे वे कंप्यूटर बने जो की विविध विविध कार्य करने में सक्षम थे -  गणना करना, चित्र बनाना, ध्वनि तैयार करना, डेटा संचार करना आदि।  इस पीढी के आरंभ से ही सन् 1971 में एक Scientist Ted Haff (टेड हॉफ) ने दुनिया का पहला माइक्रोप्रोसेसर बनाया जिसे ईसे पीढी तथा आने वाली पीढ़ी में भी मुख्य अवयव के रूप में प्रयोग किया गया। इस पीढ़ी के कंप्यूटरों की विशेषताएं निम्नलिखित थी-

Fourth Generation of Computer की विशेषताएं :-

  1. छोटे-छोटे Circuits के use के कारण इनका Shape काफी कम था। इस पीढ़ी के कंप्यूटर लगभग Portable Computer की श्रेणी में आते थे।  Desktop Computer,  Notebook Computer (Laptop)  Palm Top Computer (पॉम टॉप कंप्यूटर) आदि इसी पीढ़ी के कंप्यूटरों का उदाहरण है।
  2. इस पीढ़ी के कंप्यूटरों की प्रोसेसिंग गति Last Three  Generations से काफी High थी। यह कंप्यूटर  Micro Second तथा  Nano Second (नैनो सेकंड) में Work करते थे।
  3. उष्मा सहन करने की Ability काफी अधिक होने के कारण यह Air Conditioning Plant के बिना भी कार्य करने में Capable थे।
  4. इन कंप्यूटरों की कम कीमत होने के कारण इनका Use भी Generality में होता था।
  5. इनका एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरण, कम भार होने के कारण Easy था।
  6. इनकी विश्वसनीयता काफी अधिक थी, क्योंकि इनके परिणाम 100% सही होते थे।
  7. इनकी Storage Capacity अन्य पीढ़ियों के कंप्यूटर की तुलना में काफी अधिक थी।
  8. Easy Structure होने के कारण, इस पीढ़ी के कंप्यूटरों का Maintenance काफी आसान था।
  9. इन कंप्यूटर में भी Work करने के लिए High Level Language का Use किया जाता था। इस पीढ़ी में विकसित  कुछ उच्च स्तरीय भाषाएं हैं - बेसिक (BASIC), कोबोल (COBOL), पास्कल (PASCAL) आदि।
  10. इस पीढी के कंप्यूटरो मे मुख्य है - IBM-PC,  ZX-SPECTRUM आदि।


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पंचम पीढी के कंप्यूटर :- 1985 से अभी तक

वैसे तो आज भी चतुर्थ पीढी के कंप्यूटर ही प्रचलन मे है लेकिन फिर भी कंप्यूटर की पांचवी पीढी अब आ चुकी है।  इस पीढी के कंप्यूटर मे सबसे प्रमुख विशेषता इनकी सोचने - समझने तथा निर्णय लेने की Capacity है। इस पीढी के कंप्यूटरो मे मुख्यतः निम्नलिखित विशेषताएँ है -

Fifth Generation of Computer की विशेषताएं :-
  1. इन कंप्यूटरों में VLSIC (Very Large Scale Integrated Circuit) तकनिक का Use किया गया है।
  2. इन कंप्यूटरों में Artificial Intelligence : AI दिमाग उपस्थित है,  जिसके कारण इनमें Decision लेने की Capacity है।
  3. इस पीढ़ी के कंप्यूटर दो या तीन वस्तुओं में तुलना करने तथा  Suitable Thing का चुनाव करने में Capable है।
  4. इसकी Processing Speed काफी अधिक है ये कंप्यूटर अरबो गणना सेकंड में करते हैं। इनकी गति पिको सेकंड (Pico Second) में मापी जाती है।
  5. इनकी कीमत काफी अधिक है तथा ये सामान्य जरूरत के कंप्यूटर नहीं है। इनका प्रयोग वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं (Scientific Laboratories)में ही देखा जाता है।
  6. इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में मुख्य रूप से भारत में ही निर्मित कंप्यूटर परम (PARAM) शामिल है।
  7. सुपर कंप्यूटर तथा रोबोट आदि मशीनें इसी पीढ़ी के कंप्यूटरों की श्रेणी में आते हैं।
  8. इस प्रकार के कंप्यूटरों को, नॉलेज इनफॉरमेशन प्रोसेसिंग सिस्टम (Knowledge Information Processing System) कहा जाता है। 



सारांश :-

इस पोस्ट में आपने पढ़ा कि Five Generation Of Computer यानी कंप्यूटर की पांच पीढ़ियों के बारे में। कि किस तरह कंप्यूटर अपना आकार और गति बदलता गया। अंत मे कंप्यूटर सुपर कंप्यूटर का रूप ले लिया जिसकी  Speed की पहचान करना काफी मुश्किल हो गया है। आज आधुनिक युग मे कंप्यूटर रोबोट की रूप मे सबके दिलों छाया हुआ है और सबकी जरूरते पूरी कर रहा है।


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